छोटे बच्चों के विकास के लिए उन्हें कहानियाँ सुनाना बेहद महत्वपूर्ण है
बता दें कहानियाँ सुनने से बच्चों के अंदर आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है इसी के साथ उनके अंदर बातचीत करने के कौशल का भी विकास होता है
हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, 18 से 25 माह के बच्चे जिनके माँ-बाप हर दिन बच्चों को किताबों से कहानियां पढ़ कर सुनते थे उनके बच्चे दुसरे बच्चों की तुलना में ज्यादा शब्दों को बोलने और समझने लगे है
और ये आदत उनके जीवन के लिए बेहद फ़ायदेमंद भी है

बच्चों को किस तरह की कहानियाँ सुनानी चाहिए ?
बच्चे को कहानियाँ बेहद सरल भाषा का उपयोग करते हुए रोचक तरीके से सुनायें
कहानी मनोरंजक होनी चाहिए और उसके सभी पात्रों से बच्चों को रूबरू करवायें
इसके अलावा पात्रों के अनुसार अपने आवाज को बदल-बदल कर कहानी बहुत रोचक तरीके से बच्चों को बताएं.
कहानी सुनाते हुए बच्चों को किताब में से कहानी से संबंधित चित्र दिखायें या आप बच्चों के खिलौनों को भी पात्रों की तरह उपयोग कर सकती है.
कहानी के अंत में बच्चे को “कहानी से मिली शिक्षा” के बारें में ज़रूर बतायें
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बच्चे को कहानियाँ सुनाने के फ़ायदें
बच्चे की कल्पना शक्ति बढ़ती है और वह चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करना सीखता हैं
बच्चे और माँ-बाप के बीच का रिश्ता मज़बूत और गहरा होता है.
संचार कौशल व भाषा का विकास होता है
बच्चों में दृष्टि और मोटर कौशल का विकास होता है.
ध्यान रखें, बच्चे को केवल कहानियां ही नहीं सुनाएँ – बल्कि उन्हें लोरी, कविताएँ भी सुनायें क्योंकि इससे बच्चे का आइक्यू लेवल भी तेज होगा
दंतक कथाओं का असर किस प्रकार से बच्चों पर होता है इस वीडियो से बखूबी से समझा जा सकता है. pic.twitter.com/ofy7JLebSL
— तर्कशील भारत Ⓜ️ (@TarkshilBharat) November 28, 2024