
आजकल मोबाइल टैबलेट और टीवी बच्चों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। पढ़ाई से लेकर मनोरंजन तक हर चीज़ के लिए स्क्रीन का इस्तेमाल हो रहा है।
लेकिन ज़्यादा देर तक स्क्रीन देखने से बच्चों की आँखों मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में ज़रूरी है
कि हम उन्हें मज़ेदार और रचनात्मक तरीकों से स्क्रीन से दूर रखें
आइये जानते है कैसे >>
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हर रात सोते समय कहानियाँ पढ़ना बच्चों के साथ समय बिताने का एक बेहतरीन तरीका है। आप उन्हें प्रेरणादायक कहानियाँ परियों की कहानियाँ या पौराणिक कहानियाँ सुना सकते हैं।
इसके अलावा एक ‘पुस्तक चुनौती’ भी शुरू करें जहाँ वे हर हफ़्ते एक नई किताब पढ़ें और इनाम पाएँ।
बच्चों को लूडो साँप-सीढ़ी स्क्रैबल शतरंज आदि जैसे पारंपरिक खेलों में शामिल करें ये न केवल मनोरंजन करते हैं
बल्कि उनकी सोचने और रणनीति बनाने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं। जिगसॉ पहेलियाँ उनकी एकाग्रता और समस्या-समाधान क्षमताओं में सुधार करती हैं।

प्रकृति और खेल से लगाब करवाए >
बच्चों को बैडमिंटन फ़ुटबॉल दौड़ना या साइकिलिंग जैसे आउटडोर खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।
घर के अंदर भी आप डांस पार्टी योग या खजाने की खोज जैसी मज़ेदार गतिविधियाँ आयोजित कर सकते हैं जो उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय रखेंगी।
बच्चों को किसी पार्क बगीचे या आस-पास की प्राकृतिक जगह पर ले जाएँ। उन्हें पौधों तितलियों पत्थरों या फूलों के बारे में सिखाएँ।
आप उनके साथ एक छोटा सा बगीचा शुरू कर सकते हैं जहाँ वे रोज़ाना पौधों को पानी देंगे और उनकी देखभाल करेंगे।
बच्चों को अपनी भावनाओं और दिन भर की घटनाओं को डायरी या स्केचबुक में लिखने या चित्रित करने की आदत डालें। इससे उनकी अभिव्यक्ति कौशल मज़बूत होगा और उन्हें खुद के साथ समय बिताना सिखाया जाएगा।

बच्चों को स्क्रीन से पूरी तरह दूर रखना मुश्किल है, लेकिन ये मज़ेदार और रचनात्मक तरीके उन्हें एक स्वस्थ संतुलित और खुशहाल बचपन ज़रूर दे सकते हैं। माता-पिता के लिए सबसे ज़रूरी है कि वे बच्चों के साथ इन गतिविधियों में हिस्सा लें और उनका मार्गदर्शन करें।
देखिए बच्चे को मोबाइल देने का नतीजा.
— Adv.Nazneen Akhtar (@NazneenAkhtar23) July 7, 2025
कितना खतरनाक है बच्चों के लिए मोबाइल,
ये हर मां बाप को समझना चाहिए अपनी जान छुड़ाने के लिए बच्चों को मोबाइल दे देते हैं फिर बच्चे बिना मोबाइल के रह नहीं पाते।
बच्चो को ज्यादा से ज्यादा मोबाइल से दूर रखें वरना यही हाल हर बच्चों का हो सकता है pic.twitter.com/N04I2Hc2e4