5 अगस्त 2025 धराली गांव में एक शक्तिशाली बादल फटा जिसके कारण खीर गंगा नदी 4 किमी नीचे की ओर बहकर हरे शिला पर्वत के पास सेना के हरसिल शिविर तक पहुंच गई
लगभग 45 मिनट बाद सोमवार को हुए दूसरे बादल फटने से शिविर पर सीधा प्रभाव पड़ा जिससे शिविर भारी मात्रा में मलबे और पानी से भर गया
शिविर के प्रभावित होने के बाद 8-11 सैनिकों के लापता होने की सूचना मिली थी। शुरुआत में उनमें से दो सुरक्षित पाए गए बाकी की तलाश अभी भी जारी है।

11 सैनिक अभी भी लापता हैं तलाशी अभियान जारी है।
उत्तरकाशी में बाढ़ धराली गांव में भीषण बादल फटने की घटना>Click Now
बचाव कार्य >
भारी वर्षा लगातार भूस्खलन मुख्य सड़कों का अवरुद्ध होना और संचार में व्यवधान के कारण बचाव कार्य अत्यंत कठिन हो गया।
राहत दल अब ड्रोन सैटेलाइट फोन भू-संचालन मशीनों और नई सैन्य टुकड़ियों का उपयोग करके काम कर रहे हैं।
बादल फटने और भूस्खलन का सीधा असर सेना के शिविर पर पड़ा जिससे कई सैनिक लापता हो गए और रहने खाने का अड्डा पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया फिर भी सेना ने भले ही उसकी अपनी टुकड़ी खतरे में थी नागरिकों की मदद को प्राथमिकता दी। खोज बचाव अभियान जारी है और सेना सहित अन्य आपदा मित्र दलों द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
उत्तरकाशी में बादल फटने से आई तबाही में सेना का कैंप भी चपेट में आ गया। सेना के कैंप में राजपुताना राइफल के करीब 200 जवान तैनात थे। सैलाब आने के बाद कई जवान लापता हैं।#UttarkashiFloods #cloudburst #armycamp #utrakhand pic.twitter.com/4m2JJCkWe6
— Kajal Kushwaha (@_KajalKushwaha) August 5, 2025