
आमतौर पर काफी के फलों को पेड़ो से तोड़कर फैक्ट्री में भेज दिया जाता हैं
उसको विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ता है उसके बाद वह मार्केट में आती है और अपने दाम पर बिकती है
वैसे तो हर काफी को पाने के लिए एक नॉर्मल विधि होती है
किंतु दुनिया की सबसे महंगी कॉफी में से एक कॉपी लुवाक को बनाने की विधि बिल्कुल अजीबो गरीब है इस काफी को बनाने की विधि इस काफी के महंगे होने की वजह है
आपको जानकर हैरानी होगी कि इंडोनेशिया में कॉपी लुवाक
काफी के फल बेरी को पालमसिवेट नामक बिली को बनाकर खिलाया जाता है
इसके बावजूद लोग इसके इतने दीवाने हैं कि दूसरे विकल्प की ओर जाना पसंद नहीं करते
आइए जानते हैं इसमें क्या खास होता है और इसे कैसे बनाया जाता है
दुनिया की इस महंगी कॉफी को बनाना के लिए रेड बींस का इस्तेमाल किया जाता है

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यह इंडोनेशिया के जंगलों में पाया जाने वाला एक खास बीज है
यह कोई फल नहीं यह एशियन पेंसिवेट नामक बिली की पोटी से निकलता है
इस काफी को पाने के लिए लिए रेड बींस को इस बिल्ली को खिलाया जाता है
यह बिली इन बीजों को नहीं पचा पाती सिर्फ इसके गुड्डे को ही पूछा पति है
इस बेरी के बीजों को वह अपने पेट के मल से बाहर निकाल देती है इसके बाद इन बीजों को धोकर अच्छी तरह सूखा लिया जाता है
इसी बीज को हम कॉपी लुवाक काफी के रूप मे इस्तेमाल करते हैं
इस काफी को बनाने की विधि बल्हे ही अजीब है
किंतु यह हमारे शरीर के लिए आहुत फायदे मंद है
इस काफी से पाचन क्रिया मजबूत होती है
बिल्ली के मल से बनती है दुनिया की सबसे महंगी कॉफी..😲
— Rebellious 2.0 (@RebelliousPari8) December 7, 2024
हां, बिल्ली की पॉटी से दुनिया की सबसे महंगी कॉफ़ी बनती है. इसे 'कोपी लुवाक' (Kopi Luwak) कहते हैं. यह कॉफ़ी, बिल्ली जैसे दिखने वाले जानवर सिवेट (Civet) के मल से तैयार की जाती है. इसे सिवेट कॉफ़ी भी कहा जाता है.
इस कॉफ़ी को… pic.twitter.com/MxQMoGBpkD